आलोक कुमार
पटना.वर्तमान डबल इंजन की सरकार से अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय परेशान होने लगे हैं.उनके नौकरशाहों की अदूरदर्शिता के कारण बड़ा दिन यानी क्रिसमस के दिन ही 25 दिसंबर 2020 को बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय मुख्य परीक्षा 2014 को तारीख तय कर दी गई है.इसके बाद शिक्षा विभाग ने अगले साल हिंदी और उर्दू स्कूलों में 2अप्रैल 2021 को पड़ने वाले गुडफ्राईडे की छुट्टी गोल कर दी है.ईसाई समुदाय के दो मुख्य पर्व क्रिसमस और गुडफ्राईडे पर पानी फिरने वाला है.
प्रभु येसु ख्रीस्त का जन्मोत्सव 25 दिसम्बर को है. बिहार सरकार ने 24 दिसम्बर को क्रिसमस इव को प्रतिबंधित (ऐच्छिक) अवकाश की श्रेणी में डाल दी है. वहीं बिहार सरकार के अधीन सभी कार्यालयों और सभी राजस्व दण्डाधिकारी न्यायालयों के लिए वर्ष 2020 में सामान्य अवकाश 25 दिसम्बर को क्रिसमस डे के अवसर पर छुट्टी है.ऐसे में ईसाई समुदाय पसोपेश में है कि क्रिसमस मनाएं कि परीक्षा देने केंद्र में जाएं.
बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय मुख्य परीक्षा 2014 के आयोजन के लिए 25 दिसंबर 2020 की तारीख तय कर दी गई है. हालांकि यह परीक्षा 13 दिसंबर 2020 को होनी थी. इसके लिए हाईकोर्ट पटना ने 8 दिसंबर को अपने आदेश में इस परीक्षा को निर्धारित समय पर करवाने की अनुमति भी दे दी थी. परन्तु परीक्षा के बहुत कम समय होने के चलते और अन्य दिनों में बिहार की अन्य परीक्षाएं पहले निर्धारित होने के कारण आयोग ने इसे 25 दिसंबर 2020 को करवाने का फैसला लिया.बीएसएससी के ताजा नोटिस के अनुसार, इंटर स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा - 2014 की मुख्य परीक्षा की तिथि 29.11.2020 निर्धारित की गई थी. अपरिहार्य कारणों से मुख्य परीक्षा की तिथि में संशोधन किया गया है. अब विज्ञापन संख्या 06060114 की मुख्य परीक्षा दिनांक - दिनांक 13.12.2020 को आयोजित की जाएगी.मुख्य परीक्षा 2014 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं.यह एडमिट कार्ड आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया गया है. बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय मुख्य परीक्षा 2014 में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स अपने एडमिट कार्ड आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं.
कैंडिडेट्स एडमिट कार्ड के साथ फॉर्म-12
2014 में शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया में 18 लाख युवाओं ने आवेदन किया था. 2016 में इस प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन कराया गया था जिसमें पेपर लीक हो गया था. हालांकि बीएसएससी ने अभी तक इंटर लेवल प्रतियोगिता परीक्षा के लिए खाली पदोंं का ऐलान नहीं किया.इस परीक्षा में वही अभ्यर्थी शामिल होंगे जिन्हें प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में सफल घोषित किया गया है.कैंडिडेट्स एडमिट कार्ड के साथ फॉर्म-12 भी आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे. इस फॉर्म –12 में कैंडिडेट्स अपने फोटो निर्धारित जगह पर चिपकाकर उसे प्रमाणित करवालें. परीक्षा के समय इस फॉर्म -12 को कैंडिडेट्स अपने कक्षा निरीक्षक को सौंप दें. कैंडिडेट्स अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और रोल नंबर के जरिए एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.
अभ्यर्थियो के लिए निर्देश
बीएसएससी की मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है. आयोग के निर्देश के अनुसार सभी अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए दिये गये फॉर्म 12 को पूरी तरह से भरकर और पासपोर्ट साइज फोटो के साथ किसी राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित कराना होगा, जिसे परीक्षा के दौरान जमा करना होगा.बीएसएससी की मुख्य परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अपना एडमिट कार्ड आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. इसकी वेबसाइट पर लिंक दिया गया है, जिस पर क्लिक करने के बाद रजिस्ट्रेशन नंबर या रोल नंबर और फिर जन्मतिथि भरकर लॉगिन करना होगा, जिसके बाद एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. परीक्षा पटना सहित एक दर्जन जिलों में होगी.इसमें 60 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे.एडमिट कार्ड में कोरोना से संबंधित निर्देश दिये गए हैं.परीक्षा केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर प्रतिबंध है.परीक्षा में किसी दूसरे की सीट पर बैठने पर परीक्षा रद्द कर दी जायेगी.
अगले साल 02 अप्रैल 2021 को है गुडफ्राईडे
बिहार सरकार के अधीन सभी कार्यालयों और सभी राजस्व दण्डाधिकारी न्यायालयों के लिए वर्ष 2021में सामान्य अवकाश 02 अप्रैल को गुडफ्राईडे के अवसर पर छुट्टी है.बावजूद,इसके शिक्षा विभाग ने अगले साल हिंदी और उर्दू स्कूलों में 02अप्रैल 2021 को पड़ने वाले गुडफ्राईडे की छुट्टी गोल कर दी है.अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,पटना के महासचिव एस.के.लॉरेंस ने मुख्यमंत्री के नाम ।
सेवा में,
माननीय मुख्य मंत्री,
बिहार सरकार,
पटना
विषय:- माननीय मुख्य मंत्री,बिहार सरकार से ईसाईयों के दूसरे सबसे बड़े महा पर्व "गुडफ्राईडे" के दिन बिहार के विध्यालयों में अवकाश घोषित करने के लिये आग्रह
मान्यवर,
इस बार बिहार के शैक्षणिक विभाग द्वारा बिहार के विध्यालयों (विशेषकर सरकारी विध्यालयों) में ईसाईयों का दूसरा सबसे बड़ा महा पर्व "गुडफ्राईडे" के दिन अवकाश घोषित नहीं करने से ईसाई समुदाय,विशेषकर बिहार के ईसाई शिक्षकों को काफी निराशा हुई है तथा इस नाइंसाफ़ी से वे अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।वे यह सोंचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या हमारा राज्य तथा हमारी सरकार अब धर्मनिरपेक्ष नहीं रह गई है ?
मान्यवर,आपसे पिछ्ली मुलाकत के दौरान बिहार के सरकारी विध्यालयों में गुडफ्राईडे के दिन अवकाश नहीं दिये जाने पर आपसे इस प्रमुख महा पर्व पर अवकाश घोषित कराने की माँग की गई थी।आपने उसी वक्त इस महत्वपूर्ण पर्व के महत्व को समझते हुए इस सन्दर्भ में सम्बन्धित विभाग के पदाधिकारी से पक्ष में कार्यवाही करने का आदेश दिया था.
ज्ञात हो कि ईसाईयों के प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन क्रिसमस के त्योहार की तरह उतना ही महत्वपूर्ण ईसा मसीह के मृत्यु के दिन के महा पर्व का है।यह दिन प्रभु ईसा मसीह के मृत्यु का दुखदायी दिन है तथा ईसाई समुदाय के लोग इस दिन उपवास रखते हुए चर्चों में धार्मिक कार्यों में लीन रहते हैं.अत: ,इस दिन अवकाश घोषित न करना शत-प्रतिशत अन्याय है तथा ईसाई समुदाय के शिक्षकों की उपेक्षा दर्शाता है.
अत: आपसे पुन: आग्रह है कि अविलंब उचित कार्यवाही करते हुए गुडफ्राईडे के दिन सरकारी तथा उन सारे विद्यालयों में,जहाँ इस दिन अवकाश घोषित नहीं है अवकाश घोषित कराने की कृपा कर न्याय करें.
धन्यवाद।
एस.के.लॉरेंस
महा सचिव,
अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,पटना.
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