बार्क के पूर्व सीओओ गिरफ्तार

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

बार्क के पूर्व सीओओ गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले की अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए गुरुवार 17 अक्टूबर को ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) रोमिल रामगढ़िया को गिरफ्तार कर लिया.अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.टीआरपी घोटाले की जांच में यह 14वीं गिरफ्तारी है.

इससे पहले रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था.विकास को 15 दिसंबर तक हिरासत में भेज दिया गया और 16 दिसंबर को उसे जमानत मिल गई.अधिकारियों ने कहा कि क्राइम ब्रांच को सनसनीखेज टीआरपी धांधली मामले के अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद है.

फर्जी टीआरपी घोटाले का ये मामला इस साल अक्टूबर में सामने आया था.रेटिंग एजेंसी बार्क ने हंसा रिसर्च ग्रुप के जरिए एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के नंबरों में हेराफेरी कर रहे हैं.बार्क ने कुछ घरों में टीवी के दर्शकों की संख्या रिकॉर्ड करने वाले बैरोमीटर लगाने का जिम्मा हंसा को दिया था.

आरोप है कि जिन कुछ घरों में बैरोमीटर लगाए गए थे, उनमें से कुछ परिवारों को रिश्वत देकर टीवी पर कुछ विशेष चैनल चलाने के लिए कहा गया, ताकि उनकी टीआरपी बढ़ सके.

अधिकारियों ने कहा कि पिछले अक्टूबर में रिपब्लिक टीवी, फकत मराठी, बॉक्स सिनेमा और अन्य कई टेलीविजन चैनलों की कथित संलिप्तता सामने आई.रामगढ़िया ने अपने छह साल के कार्यकाल को पूरा करने के बाद बार्क छोड़ दी और इसे बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसे उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी टेलीविजन व्यूअरशिप मापक कंपनी के रूप में वर्णित किया.

हालांकि रिपब्लिक टीवी ने आरोपों का खंडन किया है और मुंबई पुलिस पर चैनल और उसके अधिकारियों को परेशान करने और उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.



  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :