फज़ल इमाम मल्लिक
भारत के पहले पैरासाइक्लिस्ट आदित्य मेहता की अगुआई में देश के शीर्ष पैरा साइक्लिस्ट इन्फिनिटी राइड 2020 के तहत कश्मीर से कन्याकुमार तक यात्रा के लिए तैयार है. इस राइड का उद्देश्य देश में पैरा प्रतिभाओं के प्रति जागरूकता लाना है. आदित्य मेहता का नाम लिम्का बुक ऑफ रेकार्ड में भी शामिल है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सहयोग से इसे अंजाम दिया जाएगा. श्रीनगर के निशांत बाग से गुरुवार को इसकी शुरुआत हुई. सीमा सुरक्षा बल के निदेशक राकेश अस्थाना ने इसे फ्लैग आफ किया. यह यात्रा कन्याकुमार के तिरुनेवेली में 29 दिसंबर को खत्म होगी.
यात्रा के यह संस्करण 41 दिनों का होगा और यह 34 शहरों से यह गुजरेगी. इन्फिनिटी राइड-2020 का यह छठा साल है, जिसका नेतृत्व इस बार बीएसएफ के जवान और एशियन पैरा साइक्लिंग चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हरिंदर सिंह और एशियन गेम्स ट्रैक साइक्लिंग के कांस्य पदक विजेता गुरलाल सिंह करेंगे. वे इस बार न केवल इसमें हिस्सा लेंगे बल्कि करीब 3801 किलोमीटर लंबी इस यात्रा के दौरान टीमों का नेतृत्व भी करेंगे.
आदित्य मेहता फाउंडेशन (एएमएफ) के संस्थापक आदित्य मेहता के मुताबिक सात साल पहले मैं इस रास्ते पर अकेले चला था, तब किसी ने नहीं सोचा था कि मेरे जैसे व्यक्ति के लिए यहां तक पहुंचना संभव है और अब जब सात साल बाद मैं अपने साथ इतने सारे राइडरों को देखता हूं, तो मेरा मानना है कि अगर कोई अकल्पनीय प्रयास करने के लिए चुनौती देने की भावना को प्रभावित कर सकता है, तो कुछ भी संभव है. कोविड के कारण हमारा मानसिक और शारीरिक फिटनेस प्रभावित हुआ है और मुझे उम्मीद है कि इन्फिनिटी राइड देश भर में और खासकर, पैरा प्रतिभागियों के बीच फिट इंडिया मूवमेंट के महत्त्व का संदेश देगा.
इन्फिनिटी राइड का मकसद देश भर में उभरते हुए पैरा खेल प्रतिभाओं की खोज करना और उन्हें प्रोत्साहित करना है, साथ ही उन्हें उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने और वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार करना है. आदित्य मेहता फाउंडेशन 2013 में अपनी स्थापना के समय से ही विकलांगों के साथ लगातार काम कर रहा है और अब एशिया की पहली इन्फिनिटी पैरा स्पोर्ट्स रिहैबिलिटेशन एंड ट्रेनिंग अकादमी भी संचालित करता है. अकादमी पिछले साल हैदराबाद में स्थापित की गई थी. फाउंडेशन ने इन प्रतिभाओं को जमीनी स्तर पर प्रशिक्षित करने और पैरा स्पोर्ट्स एथलीटों को विभिन्न खेलों में महारथ हासिल करने के लिए विश्व स्तर की सुविधा के साथ उन्हें चैंपियन बनाने का प्रयास किया है.
मेहता ने कहा कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. मेरा लक्ष्य युवा प्रतिभाओं को स्काउट करना और उन्हें सही प्रशिक्षण व सुविधाओं के साथ प्रशिक्षित करना है जोकि विश्व स्तर की क्षमताओं के साथ प्रतिस्पर्धी पैरा एथलीट बनने के लिए बेहद आवश्यक हैं. हमें उम्मीद है कि इन्फिनिटी राइड लोगों के बीच जागरूकता लाएगा और हम कई महत्वाकांक्षी खिलाड़ियों की खोज कर पाएंगे, जिनके साथ हम काम कर सकते हैं और उन्हें भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं.
फाउंडेशन के पास फिलहाल 200 लाभार्थी हैं, जिन्हें खेल गतिविधियों के लिए कृत्रिम अंग और स्वनिर्धारित के रूप में अब तक तैयार किया गया है. एएमएफ ने उन एथलीटों का समर्थन किया है, जिन्होंने अब तक विभिन्न चैंपियनशिप में अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं. फाउंडेशन ने इसके अलावा हजार से ज्यादा अधिक घायल जवानों और नागरिकों की भी मदद की है, जिन्हें न केवल पुनर्वास किया गया है, बल्कि भारतीय एथलीटों के रूप में देश को गौरवान्वित करने के लिए शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया है.
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