विधानसभा अध्यक्ष के लिए रोचक मुकाबला

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विधानसभा अध्यक्ष के लिए रोचक मुकाबला

आलोक कुमार

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में कांटे के मुकाबले के बाद अब विधानसभा के अंदर एकबार फिर से रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है.दरअसल इसबार मुकाबला विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए है, जिसपर एनडीए खेमे की तरफ से भाजपा के विनय सिन्हा तो महागठबंधन की तरफ से राजद के अवध बिहारी चौधरी की तरफ से दावेदारी की गई है.अवध बिहारी चौधरी सीवान के विधायक हैं और बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.

बिहार विधानसभा में स्पीकर पद को लेकर बुधवार को शक्ति प्रदर्शन होगा.परम्परा के अनुसार सत्तारूढ़ दल को स्पीकर और विपक्ष को डिप्टी स्पीकर पोस्ट दिया जाता रहा है.इस बार प्रचलन को दरकिनार कर दिया गया है.राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन विजय सिन्हा और महागठबंधन ने अवध बिहारी चौधरी उम्मीदवार खड़ा कर दिये हैं.सनद रहे कि बिहार चुनाव 2020 में सीटों के मामले में आरजेडी विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है. इस वक्त विधानसभा में आरजेडी के 75, बीजेपी के 74 और जेडीयू की 43 सीटें हैं.वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए)  के पास 125 और 110 महागठबंधन के पास सीट है.  इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें और लोजपा एवं बसपा ने एक-एक सीट जीती है.एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा है. निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने एन.डी.ओ.को समर्थन करने का ऐलान कर चुके हैं.अन्य सात विधायकों ने पता नहीं खोला है.महागठबंधन के निर्वाचित दो विधायक जेल में हैं.दोनों शपथ ग्रहण नहीं किये हैं.तेजस्वी ने प्रोटेम स्पीकर से निवेदन किया है कि दोनों को शपथ ग्रहण एवं चुनाव में मतदान देने की व्यवस्था करें.


पिछले सत्र के 154 चेहरे इस बार नहीं दिख रहे हैं. वे या तो हार गए हैं या टिकट वितरण के दौरान दलों ने भी उनपर दोबारा भरोसा नहीं किया. विधानसभा चुनाव में इस बार 90 को पहली बार विधायक बनने का मौका मिला है, जबकि पिछले सत्र के सिर्फ 89 विधायकों की ही वापसी हुई है. 64 विधायक ऐसे भी हैं, जो पहले किसी न किसी चुनाव में जीतकर विधायक बनते रहे हैं.महिलाओं की संख्या 26 है.

फिलहाल बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष के लिए बीजेपी की ओर से चल रहे तमाम कयासों पर विराम लग गया है.बीजेपी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और लखीसराय के विधायक विजय कुमार सिन्हा का नाम फाइनल कर दिया है. इसके साथ ही नंदकिशोर यादव के नाम को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है.बताया जा रहा है कि पार्टी की शीर्ष कमेटी ने सोमवार देर रात सर्वसम्मति से पूर्व मंत्री सिन्हा को विधानसभा अध्यक्ष बनाने का फैसला किया. मंगलवार को नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण पूरा होने के बाद विजय सिन्हा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेशन कर दिये हैं.


विधानसभा स्पीकर पद के भाजपा की तरफ से चुने जाने पर विनय सिन्हा ने कहा कि हम अपनी पार्टी और एनडीए गठबंधन के निर्देशानुसार काम करेंगे .हम अपने गठबंधन के फैसले के अनुसार स्पीकर के पद के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं.बिहार के विकास के लिए विपक्ष और सरकार मिलकर काम करेंगे.


माना जा रहा है कि विजय कुमार सिन्हा बिहार के चर्चित चेहरों में से एक माने जाते हैं. वह इससे पहले राज्य सरकार में श्रम संसाधन मंत्री रह चुके हैं.इस बार लखीसराय से तीसरी बार लगातार विधायक चुने गये हैं. 54 वर्षीय विजय कुमार सिन्हा सिन्हा भूमिहार समाज से आते हैं. पिछले विधानसभा स्पीकर विजय कुमार चौधरी भी इसी समाज से आते थे.


इधर, प्रत्याशी बनने के बाद चौधरी ने कहा कि महागठबंधन ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया है.उन्होंने विधायकों को विश्वास जताते हुए कहा कि वे अध्यक्ष बनने के बाद पूरे नियम से और बिना भेदभाव के सदन चलाने का काम करेंगे.विधानसभा अध्यक्ष के लिए बुधवार को चुनाव होना है.आम तौर पर विधानसभा अध्यक्ष पद पर सत्ता में रहने वाली पार्टी का विधायक या सदन का सबसे वरिष्ठ सदस्य आम सहमति से चुना जाता है.बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच विधायकों की संख्या फासला बहुत कम है, ऐसे में राजद की तरफ से भी प्रत्याशी उतारा गया है, जिसके बाद ये मुकाबला रोचक हो गया है.राजद के विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव ने चौधरी की जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार में विधानसभा में अध्यक्ष का पद अहम और जिम्मेदारी वाला पद होता है, जो पक्ष और विपक्ष को साथ लेकर चल सके, सबकी बातें सुने.इसके लिए अनुभव का होना बहुत जरूरी है। एआईएमआईएम के समर्थन देने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे सभी विधायकों से अपील करेंगे कि वे अनुभवी को अध्यक्ष चुनने के लिए वोट दें.उन्होंने कहा कि चौधरी पहली बार 1985 में विधायक बने थे और अब तक पांच बार विधायक रहे हैं.

इस बीच राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि अवध बिहारी चौधरी जी को अंतरात्मा के आवाज पर वोट करें.सत्ता पंक्ष के कई विधायकों का मिल रहा है समर्थन अवध बिहारी चौधरी का विधान सभा अध्यक्ष बनना तय. 

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