मुंबई . मुंबई पुलिस बुधवार को रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया .अर्नब गोस्वामी को 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. मुंबई पुलिस ने 2018 के आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में उन्हें सेक्शन 306 के अंतर्गत हिरासत में लिया. पुलिस ने यह मामला बंद कर दिया था लेकिन अब फिर से इसे खोला गया है. महाराष्ट्र की अक्षत नॉयक के पति ने दो साल पहले ख़ुदकुशी कर ली थी. घर में उनकी 73 वर्षीय सास कुमुद का भी शव मिला था. इनके मुताबिक मरने से पहले उसके पति ने सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए अर्णब गोस्वामी समेत तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया था. जिन्होंने काम के बाद बकाए पैसे नहीं दिए थे। गौरतलाब है कि आत्महत्या से पहले उसके पति ने रिपब्लिक टीवी के स्टूडियो का काम किया था.
दरअसल जब रिपब्लिक स्टूडियो बन रहा था मिस्टर नायक ने उनके काम का अर्णब ने भुगतान नहीं किया. जिससे वे आर्थिक संकट में फंस गए और काफी कोशिश के बाद पैसे नहीं मिले तो उन्होंने ख़ुदकुशी कर ली.आज पुलिस अर्णब के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की. कुछ देर बाद पुलिस उन्हें वैन में बिठा कर रायगढ़ पुलिस स्टेशन लेकर गई है. रिपब्लिक टीवी ने आरोप लगाया कि पुलिस जबर्दस्ती घर में घुसी.
अर्णब ने कहा कि मुंबई पुलिस ने उनके साथ बुरा बर्ताव भी किया. रिपब्लिक टीवी के अनुसार चैनल के कार्यकारी संपादक निरंजन नारायणस्वामी को रिपोर्टिंग से रोका गया. अर्णब की पत्नी साम्यब्रता रे गोस्वामी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घर में घुसकर बुरा बर्ताव किया और घसीटा.चैनल इस घटना को महाराष्ट्र में ‘अघोषित आपातकाल’ बता रहा है. अर्णब ने कहा कि मुंबई पुलिस ने उनकी सास और ससुर, बेटे और पत्नी से बुरा व्यवहार किया.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, महाराष्ट्र में नियम का पालन किया गया है. किसी के खिलाफ कोई सबूत हो तो पुलिस कार्यवाही कर सकती है. जब से उद्धव ठाकरे की सरकार बनी है किसी के खिलाफ बदले के तहत कार्यवाही नहीं की गई है.’केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी निंदनीय और चिंतनीय है. 1975 में इमरजेंसी के साथ ही हमने फ्री प्रेस के लिए भी लड़ाई लड़ी थी.’उन्होंने कहा, ‘मतभिन्नता हो सकती है, डिबेट किया जा सकता है और सवाल भी पूछे जा सकते हैं. लेकिन अर्णब गोस्वामी जैसे पत्रकार को पुलिस के दम पर गिरफ्तार करना, सिर्फ इसलिए कि वो सवाल पूछते हैं, सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए.’
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments