आलोक कुमार
पटना.बिहार विधानसभा के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए तीन नवंबर को होने वाले चुनाव के प्रचार का शोर रविवार की शाम पांच बजे खत्म हो गया. एनडीए में सरकार के मंत्री नंदकिशोर यादव, रामसेवक सिंह, राणा रंधीर सिंह और श्रवण कुमार समेत कई प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इसी चरण में होना है.
पूर्व मंत्री व लालू -राबड़ी के समधी चंद्रिका राय, महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव, उनके भाई तेजप्रताप यादव, पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद, पूर्व मंत्री मंजू वर्मा की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है.
राजधानी की सीटों पर भी मंगलवार को वोट डाले जायेंगे. एनडीए में सबसे अधिक भाजपा 46 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारी है. पांच सीटों पर वीआइपी और बाकी की 43 सीटों पर जदयू के उम्मीदवार होंगे. इसी प्रकार महागठबंधन में राजद 56, कांग्रेस 24, भाकपा माले छह, माकपा चार और भाकपा के चार उम्मीदवार हैं.
तीन नवंबर को पश्चिमी चंपारण की तीन, पूर्वी चंपारण में छह, शिवहर में एक , सीतामढ़ी के तीन, मधुबनी के चार, दरभंगा के पांच , मुजफ्फरपुर के पांच , गोपालगंज के छह, सीवान के आठ, सारण के 10, वैशाली के छह, समस्तीपुर के पांच, बेगूसराय के सात, खगड़िया के चार, भागलपुर के पांच, नालंदा के सात तथा पटना के नौ विधान सभा क्षेत्रों में वोट डाले जायेंगे.इस चरण में 18823 मतदान भवनों में बने 41362 मतदान केंद्रों पर कुल 1463 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में बंद हो जायेगी. दो करोड़ 86 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. 23 सीटों पर एक भी महिला प्रत्याशी नहीं है. पुरुष प्रत्याशियों की संख्या 1316 और महिला प्रत्याशी 146 हैं. एक ट्रांसजेंडर प्रत्याशी गोपालगंज जिले के हथुआ विधानसभा क्षेत्र में मैदान में है.
दूसरे चरण में पटना की नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर शनिवार को सभी प्रमुख नेताओं की यहां सभा हुई. भाजपा, जदयू, राजद, भाकपा माले समेत अन्य प्रमुख दलों के नेताओं ने चुनाव प्रचार थमने के एक दिन पूर्व तक पूरी ताकत लगा दी.
महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव ने कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में राजद उम्मीदवार डा धर्मेंद्र चंद्रवंशी के पक्ष में जनसभा की. महागठबंधन के दूसरे घटक भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने फुलवारीशफ विधानसभा क्षेत्र में कई सभाओं को संबोधित किया.
रविवार को तेजस्वी यादव की दीघा विधानसभा क्षेत्र में सभा होगी. तीन नवंबर को पटना जिले की नौ विधानसभा सीटों बांकीपुर, दीघा, कुम्हरार, दानापुर, फुलवारी, पटना साहेब, बख्तियारपुर, मनेर और फतुहा में वोट डाले जायेंगे.
पटना का दीघाघाट का दृश्य है.राजधानी पटना का पश्चिमी क्षेत्र दीघा है जो आधुनिक शहरी ज़िंदगी और ग्रामीण जीवन का संगम है.लाखों लोग हैं जिनके आशियाने का ठिकाना नही है,पानी-शौचालय और नाले का कोई प्रबंध नही.बेरोजगारी चरम पर है,मंहगाई बेलगाम है.तेजस्वी ने जनता के मुद्दे को उठाया है और उसके प्रति प्रतिबद्धता दिखाई है.महागठबंधन में माले सहित अन्य वामदलों की भागीदारी ने इस गठबंधन के साथ दलितों-गरीबों-मज़दूरों-कर्मचारियों-महिलाओं को जोड़ा है और साख को मज़बूत किया है.दीघा नया इतिहास लिखेगा.तेजस्वी ने ठीक ही कहा कि चुपचाप तीन तारा पर बटन दबाना है और महागठबंधन की सरकार बनाना है.
बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को समाप्त हो चुका है.अब दूसरे चरण के मतदान की तैयारी जोरों पर है.इस बीच दीघा विधानसभा सीट पर भी 3 नवंबर को ही मतदान होना है. इस विधानसभा सीट पर मुख्य लड़ाई भाकपा (माले) के शशि यादव और भाजपा के संजीव चौरसिया के बीच बताई जा रही है. इसके अलावा रालोसपा के संजय कुमार सिन्हा (मुन्ना) भी इस सीट पर चुनावी मैदान में हैं. इस सीट के मौजूदा विधायक भाजपा के संजय चौरसिया हैं.
इस सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यादव, राजपूत, भूमिहार, कोइरी और ब्राह्मण अहम भूमिका में बताए जा रहे हैं.
दीघा विधानसभा सीट बिहार के पटना जिले का हिस्सा है.यहां अब तक कुल दो बार विधानसभा चुनाव हुआ है, जिसमें से एक बार जदयू और एक बार भाजपा के प्रत्याशी विधायक रह चुके हैं.पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हो चुका है, जिसमें कुल 53.54 प्रतिशत वोटिंग हुई है.अब दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर और तीसरे एवं आखिरी चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है.अब दूसरे चरण का चुनाव नजदीक है और प्रचार-प्रसार भी तेजी पर है. दूसरे चरण में कुल 94 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है.इन सभी सीटों के लिए तमाम पार्टियों के बड़े से लेकर छोटे नेता तक जमकर रैलियां और जनसभाएं किये. सभी चरणों के चुनाव के बाद 10 नवंबर को बिहार चुनाव के नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे.
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