नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली की तैयारी

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नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली की तैयारी

आलोक कुमार
पटना . बिहार के सबसे सम्मानित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वर्चुअल रैली को सफल बनाने की कवायद तेज कर दी गयी है.आज दीघा विधानसभा क्षेत्र में वर्चुअल रैली के सफल कार्यान्वयन पर आज बैठक की गयी.आगामी 7 सितंबर को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की  वर्चुअल रैली की तैयारी के लिए दीघा विधानसभा क्षेत्र के जदयू नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि इस रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री राज्य में पिछले पंद्रह वर्षों के दौरान किये गए विकास कार्यों की चर्चा तो करेंगे ही, साथ ही आने वाले वर्षों में जिन प्रश्नों के समाधान का उन्होंने विभिन्न अवसरों पर जिक्र किया है, उसके रोडमैप पर भी वह विचार रखेंगे, हर खेत को पानी जैसे मुद्दे भी संबोधन के बिंदु होंगे. इस अवसर पर वह जीत का गुरु मंत्र भी देंगे.

मुख्यमंत्री  की वर्चुअल रैली जदयू के अपने नए डिजिटल प्लेटफार्म जदयू लाइव पर होनी है.जदयू लाइव पर यह पहला आयोजन होगा.इसके अतिरिक्त पार्टी ने यह तैयारी कर रखी है कि सभी तरह के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मुख्यमंत्री के संबोधन को लाइव कराया जाए.इस क्रम में फेसबुक लाइव व ट्विटर पर भी इसे देखा जा सकेगा. स्थानीय स्तर पर समाचार चैनलों के माध्यम से भी लोगों तक इसे पहुंचाने की तैयारी है.

जदयू इसके पूर्व जूम व गूगल मीट के माध्यम से वर्चुअल संपर्क का अभियान चला चुका है. विधानसभावार आयोजन हो चुके हैं. इस बाबत जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनके पास अब तक पच्चीस लाख लोगों के नंबर हैं, जिन्हें वर्चुअल रैली के लिंक भेजे जा रहे हैं.वहीं जदयू प्रदेश महासचिव एवं पटना जिला के संगठन प्रभारी शंभूनाथ सिन्हा ने कहा कि दीघा क्षेत्र के अनेक स्थानों पर निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप लोग नीतीश कुमार के संबोधन को सुन सकेंगे.इन स्थानों पर जदयू के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी तय कर दी गयी है. पटना महानगर के अन्य क्षेत्रों में भी स्थानीय इकाइयों के द्वारा ऐसे आयोजन किये जायेंगे.श्री सिन्हा ने कहा कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव एकतरफा होंगे, जनता ने नीतीश कुमार को पूर्व की तरह इस बार भी आशीर्वाद देने का मन बना लिया है.

इस मौके पर सैयद सबीउद्दीन अहमद, सुरेंद्र गोप, मंजेश शर्मा, अर्जुन सिंह, राजेन्द्र यादव, संजय कुमार सिन्हा, नागेंद्र कुमार, अरुण कुमार सिंह, नागेंद्र गिरि, धनंजय शर्मा, दिनेश चंद्रवंशी, मनोज गुप्ता, संजू कुमारी, मुकेश कुमार, रंजन कुमार, शोभा देवी, एजाज अहमद, कंचन सिंह, एब्रोस पैट्रिक,विनीता स्टेफी, इम्तियाज अहमद, वरुण कुमार, श्याम बिहारी यादव, अभिषेक पैट्रिक आदि उपस्थित थे.

बिहार विधानसभा का चुनाव अपने तय समय पर होगा. चुनाव आयोग ने भी कह दिया है कि हरहाल में 29 नवंबर से पहले बिहार में विधानसभा के चुनाव करा लिए जाएंगे.यानि अक्टूबर-नवंबर में चुनाव करा लिए जाएंगे.चुनाव आयोग ने कहा है कि 29 नवंबर से पहले बिहार में चुनाव होगा. सभी राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतरने के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. फिलहाल तो कई सीटों पर बीजेपी-जेडीयू के बीच मामला फंस गया है. पालीगंज और दीघा सीट दोनों ही सीटों पर जेडीयू और बीजेपी दावा ठोक रही है. दीघा से बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया ने कहा है कि मैंने क्षेत्र की जनता की लगातार सेवा की है. सीट को लेकर कोई असमंजस नहीं है.

वहीं दीघा सीट से जेडीयू के दावेदार और प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि दीघा विधानसभा भी बाकी 243 सीटों की तरह ही है. जब सीटों को लेकर बातचीत होगी तो एनडीए दीघा पर भी चर्चा करेगा. सामूहिक रूप से जो फैसला होगा वही सर्वमान्य होगा.

साथ ही, जेडीयू नेता मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा है कि. सीटों को लेकर एनडीए में कहीं कोई परेशानी नहीं है. जब साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे तो एक दो सीटों से कोई फर्क नही पड़ता. जब साथ मिलकर बैठेंगे तो सभी समस्या का समाधान हो जाएगा.बिहार के दोनों गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन  और विपक्षी दल के महागठबंधन में शामिल घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अभी तक समझौता नहीं हुआ है, लेकिन इतना तय माना जा रहा है कि पिछले चुनाव की तुलना में इस बार चुनाव के परिदृश्य बदलने के बाद सीट बंटवारे को लेकर किसी दल को घाटा उठाना पड़ेगा तो किसी को इसका लाभ भी मिल सकता है.

इस बीच दीघा विधानसभा क्षेत्र सीट पर राजद की भी नजर है.जदयू और भाजपा के बीच खींचतान के बीच राजद का संभावित प्रत्याशी पप्पू राय क्षेत्र में छा गये हैं.अव्वल भाजपा विधायक संजीव चौरसिया के नाकामबियों को उजागर कर दिया गया है.इसके आलोक में नागरिकों के बीच खासा आक्रोश उत्पन्र हो गया है.मरियम टोला एक्सटीटीआई के लोग नहीं रोड नहीं वोट का बैनर टांग दिया गया.वहीं भाजपाई कार्यकर्ता और कट्टर समर्थक भाजपा को टा-टा,बाई-बाई करके राजद का दामन थाम लिया. 

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