इमरजेंसी में भी अखबार पर प्रतिबन्ध नहीं था -उर्मिलेश

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

इमरजेंसी में भी अखबार पर प्रतिबन्ध नहीं था -उर्मिलेश

नई दिल्ली .इन्टरनेट और टेलीफोन सुविधा पर रोक के चलते जम्मू कश्मीर में समाचार पत्रों और टीवी चैनलों के न चलने पर मंगलवार को यहां प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में सम्पन्न सभा में देश के जाने माने पत्रकारों ने चिन्ता व्यक्त की. पत्रकारों ने कहा कि ऐसा आजाद भारत में पहली बार हुआ है बीते  पांच अगस्त से जम्मू कश्मीर से एक भी समाचार किसी न्यूज एजेंसी के पास नहीं आ सका है. वहां अखबारों के न छपने के चलते जम्मू कश्मीर और लद्दाख सूचनाओं के स्तर पर पूरे देश और दुनिया से कट गया है.

देश को भी यह नहीं मालूम कि वहां क्या हो रहा है। सरकार जो सूचनाएं दे रही है वह सूचनाएं भ्रामक हैं.वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ने कहा कि इमरजेंसी में भी अख़बार के छापने पर प्रतिबंध नहीं था . वक्ताओं ने सवाल किया कि जब सब कुछ वहां ठीक है तो पत्रकारों को वहां जाने क्यों नहीं दिया जा रहा है। जम्मू कश्मीर में मीडिया की आजादी पर रोक विषय पर परिचर्चा का आयोजन एडिटर्स गिल्ड, प्रेस एसोसिएशन, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, इंडियन प्रेस कॉर्प ने संयुक्त रूप से किया।प्रेस असोसिएशन के अध्यक्ष जयशंकर गुप्त ने सभा की अध्यक्षता की.

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :