इस बार कैसर आलम को सस्पेंड कर दिया गया

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इस बार कैसर आलम को सस्पेंड कर दिया गया

आलोक कुमार 
पटना.अल्पसंख्यक है थानाध्यक्ष मोहम्मद केसर आलम.जिस थाने में गए ,वहां पर रौब जमाकर रहे.एक दिन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव जनता दरबार लगाया था.इसी दौरान यहां पर एक महिला मंजू लता ने आकर आपबीती बयान की.महिला की शिकायत के बाद तेज प्रताप यादव ने फुलवारी शरीफ थानाध्यक्ष 
मोहम्मद केसर आलम के सरकारी मोबाइल नंबर पर फोन मिलाया. जब थानाध्यक्ष ने फोन उठाया और तेज प्रताप यादव ने अपना परिचय दिया तो उधर से जवाब यही मिला कि वह किसी तेज प्रताप को नहीं जानते.इतना सुनते ही इंस्‍पेक्‍टर ने फोन काट दिया. 

जब लालू के बड़े बेटे से थानाध्यक्ष कैसर आलम का पाला पड़ा.बताया जाता है कि पिछले दिनों पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने पिता लालू प्रसाद यादव के दफ्तर से जनता दरबार के चलाते थे.एक महिला मंजू लता ने आकर जनता दरबार में आपबीती बयान की.तेज प्रताप यादव से गुहार लगाते हुए मंजू लता ने अपने जीजा पर अपनी बहन की हत्या का आरोप लगाया. मंजू लता ने बताया कि उसकी शिकायत के बावजूद फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.बताया जाता है कि महिला की शिकायत पर तेज प्रताप यादव ने फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष मोहम्मद कैसर आलम के सरकारी मोबाइल नंबर पर फोन मिलाया.थानाध्यक्ष द्वारा फोन उठाते ही तेज प्रताप यादव ने जब अपना परिचय दिया तो उधर से जवाब मिला कि वह किसी तेज प्रताप को नहीं जानते और पूरी बात सुने बिना ही फोन काट दिया.थानाध्यक्ष के इस व्यवहार से तेजप्रताप यादव नाराज हो गए और तुरंत ही अपने समर्थकों के साथ फुलवारीशरीफ थाने पहुंच गए.वहां जमकर मामा साधु यादव को भी बुलवा लिया. थाने में घंटे भर तक हंगामा चलता ही रहा. 

पटना के पांच थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई में कैसर आलम भी 

कंकड़बाग थाना क्षेत्र में यह छापेमारी मलाही पकड़ी और चिरैयाटांड़ के पृथ्वीपुर में हुई थी. इस दौरान शराब की बरामदगी हुई और घरों तक शराब पहुंचाने का मामला सामने आया. मलाही पकड़ी में जहां मद्य निषेध इकाई ने छापेमारी की थी वह जगह थाने से महज तीन-चार सौ मीटर के दायरे में है.वहीं हवाई अड्डा थाने के जगदेव पथ मुसहरी में कार्रवाई के दौरान 10 हजार लीटर देसी शराब को नष्ट किया गया था.यहां बिजली के हिटर का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर शराब का निर्माण हो रहा था.मद्य निषेध इकाई ने फुलवारीशरीफ के गोविंदपुर गांव में छापेमारी कर देसी शराब बनाने का खुलासा किया था। यहां गैस चूल्हे का इस्तेमाल कर शराब का निर्माण हो रहा था.कंकड़बाग थाने के थानेदार अशोक कुमार, बाइपास के गोल्डेन कुमार, फुलवारीशरीफ के कैसर आलम, हवाई अड्डा के एसके मजूमदार और राजीवनगर थाने के निशांत कुमार के खिलाफ कार्रवाई की गयी. मद्य निषेध इकाई ने को छह स्थानों पर छापेमारी कर शराब बनाने और बेचने का खुलासा किया था. 

इस बार कैसर आलम को सस्पेंड कर दिया गया 

शराब तस्करों से सांठगांठ के मामले में पटना के बुद्धा कॉलोनी थाने के प्रभारी कैसर आलम को सस्पेंड कर दिया गया. मद्य निषेध विभाग की जांच बाद उनपर कार्रवाई हुई है. मद्य निषेध विभाग उनके खिलाफ जांच कर रही थी, जो पूरी होने के बाद पुलिस विभाग को इसकी रिपोर्ट सौंपी गयी. रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया. 

पूरे मामले की बात करे तो  पिछले दिनों दीघा इलाके में शराब की खेप पकड़ी गई थी, जिसमें पता चला कि शराब तस्करों का कनेक्शशन थानेदार कैसर आलम से है. इसके बाद उन्हें टेक्निकल सर्विलांस पर रखा गया. बताया गया कि इस धंधे में थानेदार के साथ एक होटल कारोबारी भी शामिल है.  मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों ने पूरे मामले की बारीकी से जांच की. इसके बाद ही थानेदार पर कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया था.   

बता दें कि शराबबंदी के बावजूद  शराब का काला खेल बिहार सहित राजधानी पटना में लगातार सक्रिय नजर आता है. इसमें वर्दीधारियों की सक्रियता भी शामिल है. पिछले दिनों ही मुजफ्फरपुर डीआईजी ने एक दारोगा को डिस्मीश कर दिया. जिसपर शराब माफियाओं से मिलकर बड़े पैमाने पर तस्करी कराने का आरोप था. 

शराब के अवैध धंधे को रोकने में नाकाम साबित हुए पटना के पांच थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी.इन्हें निलंबित करने के साथ अगले दस वर्षों तक थानेदारी से वंचित रखा जाएगा.सूत्रों के मुताबिक बिहार पुलिस की मद्य निषेध इकाई के आईजी रत्न संजय ने पटना के जोनल आईजी सुनील कुमार को पत्र लिखकर थानेदारों को निलंबन करने की सिफारिश की है. 

कार्रवाई की यह है वजह 
थानेदारों पर कार्रवाई शराब की बिक्री, भंडारण और निर्माण को रोकने में असफल रहने के मामले में होगा. सरकार के निर्देश पर सभी थाना प्रभारियों द्वारा इस बाबत शपथ पत्र दिया गया है.इसमें शराब की बिक्री, भंडारण व निर्माण नहीं होने देने की बात कही गई है. चूंकि इनके थाना क्षेत्रों में यह काम हो रहा था लिहाजा मद्य निषेध इकाई ने कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. 

 

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