सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चालू होता तो लोग बच जाते -धीरेंद्र

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सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चालू होता तो लोग बच जाते -धीरेंद्र

आलोक कुमार 
दरभंगा.भाकपा माले के आह्वान पर डीएमसीएच बचाओ जन स्वास्थ्य अभियान के बैनर तले डीएमसीएच में अरबों रुपये के खर्च से बने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को चालू करने और डीएमसीएच को बचाने तथा प्राइवेट अस्पतालों-नर्सिंग होम के मनमानी को लेकर रेगुलेटरी एक्ट बनाने की मांगों पर कर्पूरी चौराहा से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल तक आक्रोश मार्च निकाला गया और नवनिर्मित अस्पतालों के सामने सभा की गई. 

मार्च का नेतृत्व भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, अभिषेक कुमार, नंदलाल ठाकुर, उमेश साह, देवेन्द्र कुमार, भोला पासवान, संदीप कुमार चौधरी ने किया. 

सभा को सम्बोधित करते हुए माले पोलित ब्यूरो के सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा ने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने विधानसभा चुनाव से पूर्व कहा था कि अस्पताल बनने में विलम्ब हुआ है,लेकिन इसे हर हालत में 2020 की जनवरी तक चालू कर दिया जाएगा.अगर अस्पताल चालू हो गया रहता तो सैकड़ों मरीज़ों की जान नहीं जाती.हज़ारों लोगों को पटना के चक्कर नहीं लगाना होता। 

लेकिन इस जनपक्षीय मुद्दा के प्रति पटना-दिल्ली की सरकारें और भाजपा के सांसद-विधायकों की उदासीनता बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अगर एक महीना के भीतर इसे चालू नही किया गया तो निर्णायक आंदोलन होगा.इस आशय का मांग पत्र और अल्टीमेटम पीएम -सीएम को भेजा जाएगा. 

डीएमसीएच की दुर्दशा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिक समाज के हस्तक्षेप से ही यह ऐतिहासिक अस्पताल पटरी पर आएगा. उन्होंने कहा कि नागरिक समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा,तभी जनता के स्वास्थ्य अधिकार की रक्षा हो सकती है.आगे उन्होंने कहा कि 22जून को पूरे राज्य में स्वास्थ्य उपकेंद्र,अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों सहित अस्पतालों पर धरना-प्रदर्शन होगा. 

वही जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि आये दिन निजी अस्पतालों की मनमानी बढ़ गई है. सरकार की ओर से कोई करवाई नही किया जा रहा हैं.पिछले दिनों पारस अस्पताल द्वारा मरीजो बदसूलकी की गई, जिला प्रशासन के जांच टीम के रिपोर्ट से अस्पताल प्रशासन पर मुकदमा होना चाहिए था लेकिन भाजपा-जदयू के नेता ले इसारे पर अस्पताल प्रशासन को बचा लिया गया. 

उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया है कि पारस अस्पताल प्रबंधक ओर मुकदमा करते हुए निजी अस्पताल की मनमानी पर रोक लगाने हेतु रेगुलेटरी एक्ट बनाने की मांग की. 

कार्यक्रम का समापन कर्पूरी चौराहे पर कोरोना काल में सरकारी स्वास्थ्य की अराजकता के चलते मारे गए साथियों की याद में श्रधांजलि सभा से हुई और लोगों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया. 

कार्यक्रम में  विनोद सिंह, रंजीत राम, राजेश पासवान, सबिता देवी, आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, मयंक कुमार यादव, चंदन आजाद, राहुल राज, अनिकेत कुमार, दिलीप यादव, दोमु राम, मोहम्मद शमीम, मुकेश कुमार, विक्की कुमार, सहित दर्जनो लोग शामिल थे.

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