कथित जंगलराज का रोना रोने वाले पूर्वाग्रह से ग्रस्त

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कथित जंगलराज का रोना रोने वाले पूर्वाग्रह से ग्रस्त

पटना.केंद्र सरकार ने 15 मार्च 1950 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित प्रस्ताव के द्वारा योजना की स्थापना की गई थी. योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है. 13 अगस्त 2014 को योजना आयोग खत्म कर दिया गया और इसके जगह पर नीति आयोग का गठन हुआ. 

योजना आयोग के स्‍थान पर नीति आयोग (राष्‍ट्रीय भारत परिवर्तन संस्‍थान) नामक नया संस्‍थान बनाया है. यह संस्‍थान सरकार के थिंक टैंक के रूप में सेवाएं प्रदान करेगा और उसे निर्देशात्‍मक एवं नीतिगत गतिशीलता प्रदान करेगा. नीति आयोग, केन्‍द्र और राज्‍य स्‍तरों पर सरकार को नीति के प्रमुख कारकों के संबंध में प्रासंगिक महत्‍वपूर्ण एवं तकनीकी परामर्श उपलब्‍ध कराएगा.इसमें आर्थिक मोर्चे पर राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय आयात, देश के भीतर, साथ ही साथ अन्‍य देशों की बेहतरीन पद्धतियों का प्रसार नए नीतिगत विचारों का समावेश और विशिष्‍ट विषयों पर आधारित समर्थन से संबंधित मामले शामिल होंगे. 

थिंक टैंक नीति आयोग की रिपोर्ट पर बवाल मचा हुआ है.लगातार तीन साल से पहले ही की तरह बिहार बीमारू राज्य की श्रेणी में बरकरार है. कुछ अखबारों ने लिखा है कि नीतीश-भाजपा के 16 वर्षों के अथक प्रयास और नकारात्मक राजनीति का ही प्रतिफल है कि बिहार नीचे से शीर्ष पर है. 

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि नीतीश-भाजपा के 16 वर्षों के अथक प्रयास और नकारात्मक राजनीति का ही प्रतिफल है कि बिहार नीचे से शीर्ष पर है.कथित जंगलराज का रोना रोने वाले पूर्वाग्रह से ग्रस्त जीव आजकल ज़ुबान पर ताला जड़ बिलों में छुपे है.बिहार का सत्यानाश हो जाए लेकिन उन लोगों को सामाजिक आर्थिक न्याय गवारा नहीं. 

वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने टि्वटर पर ट्वीट कर कहा है, " सबसे खराब प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार को बधाई. डबल पावर्ड डबल इंजन सरकार के ड्राइवर! केरल ने बीजेपी को शून्य सीट दी और उसने टॉप रैंक बरकरार रखी. बिहार ने 40 लोकसभा सीटों में से 39 बीजेपी को दी और सबसे खराब प्रदर्शन किया. आत्मनिरीक्षण करें." 
 
विपक्ष के द्वारा नीति आयोग की रिपोर्ट से बिहार सरकार को घेरने का प्रयास किया जा रहा है. विपक्ष जहां बिहार के प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है. वहीं, विपक्ष की घेराबंदी तोड़ने के लिए सत्ता पक्ष के नेता एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग अलापने लगे हैं.  

शनिवार को पहले जेडीयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर विचार करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि बिहार-झारखंड विभाजन उपरांत प्राकृतिक संपदाओं का अभाव और बिहारवासियों पर प्राकृतिक आपदाओं का लगातार दंश के बावजूद नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार अपने कुशल प्रबंधन से बिहार में विकास की गति देने में लगी है.लेकिन वर्तमान दर पर अन्य राज्यों की बराबरी संभव नहीं है.नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट इसका प्रमाण है. अतः विनम्र निवेदन है कि 'बिहार को विशेष राज्य का दर्जा' देने की जदयू की वर्षो लंबित मांग पर विचार करें और बिहार वासियों को न्याय दें. 

कुशवाहा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर डाली.पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि कम संसाधनों के बावजूद माननीय नीतीश जी ने बिहार के बदतर क़ानून व्यवस्था और बेहाल शिक्षा महकमे को दुरुस्त करने में अपनी पुरी ताक़त लगा दी है.अब आधारभूत संरचना को ठीक करने के लिए विशेष राज्य के दर्जे की ज़रूरत है.उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में विशेष दर्जा नहीं मिला तो कभी नहीं मिलेगा. 

इस पर विकास कुमार ने कहा है गज़ब ढोंगी हो आप भी मांझी जी. सत्ता का मलाई भी नहीं छुटे और टि्वटर पर बेरोजगारी भत्ता और विशेष राज्य का दर्जा का शिगुफा भी छोड़ते हो. अगर इतना ही संवेदनशील हो तो सरकार से निकल क्यो नहीं जाते. इसलिए न कि संतोष कहीं बेरोजगार न हो जाए. मांझी जनता इतना भी मुर्ख नहीं है. 

तारिक अनवर अंसारी ने कहा कि केंद्र से लेकर राज्य तक में आपकी सरकार है. कौन हरामखोर रोक रहा है विशेष राज्य के दर्जे को? अब तो यूपी में भी एनडीए  की सरकार है.विशेष राज्य के दर्जे को दिल्ली से बिहार लाने में कोई खतरा भी नही है.कउनो छीन भी नहीं सकता.जाइये दिल्ली आ जा के ले आये विशेष राज्य का दर्जा.मनीष पंडित ने कहा कि बहुत बढ़िया प्रश्न है. 2015 में ही बोला गया कि डबल इंजन की सरकार होगी तो 
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जायेगा, 2021 आ गया अभी तक नहीं मिला. 

प्रघुम्न यादव ने कहा है कि जीतन मांझी जी अगर आप सच में बिहार से प्यार करते है और बिहारियों के हित में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना चाहते है तो आप और सन ऑफ मल्लाह जी महागठबंधन में शामिल होकर महागठबंधन की सरकार बनाइये. मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि तेजस्वी यादव जी के सरकार में निश्चित रूप से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा,अन्यथा सपने में भी बिहार को नीतीश कुमार की सरकार बिहार को विशेष राज्य नहीं दिला पायेगी. 


 

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