नीतीश ने बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया- लालू

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

नीतीश ने बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया- लालू

पटना.बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर कहा है कि बधाई हो! आख़िरकार 16 वर्षों की बिहारनाशक मेहनत से नीतीश ने बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया.नौ दिन चले अढ़ाई कोस मुहावरे को चरितार्थ कर दिया. 

बताते चले कि बीमारू (BIMARU) शब्द मूलतः भारत के चार राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अंग्रेजी नाम के पहले अक्षर से गढ़ा गया एक शब्द है. इस शब्द (ऐक्रनिम) का सर्वप्रथम प्रयोग आशीष बोस ने 1980 के दशक के मध्य में किया था.बीमारू शब्द वस्तुतः हिन्दी शब्द "बीमार" से संबंधित है. जो 21 साल पहले बीमारू राज्यों में  बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शुमार था.वह 21 साल भी बरकरार है बिहार राजस्थान और उत्तर प्रदेश.केवल मध्य प्रदेश बाहर है. 
नीति आयोग की रिपोर्ट में पांच फिसड्डी राजयों की बात करें तो बिहार सबसे नीचे हैं. इससे ऊपर झारखंड है फिर नंबर असम का आता है. फिर अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, राजस्थान और उत्तर प्रदेश का नंबर आता है. इसके बाद छत्तीसगढ़, नागालैंड और ओडिशा का नंबर आता है. 

नीति आयोग के एसडीजी इंडेक्स से यह पता चलता है कि किसी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के पैरामीटर पर एक साल में कितना विकास हुआ है. इसे केंद्र सरकार की सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, यूनाइटेड नेशन्स इन इंडिया और ग्लोबल ग्रीन ग्रोथ इंस्टीट्यूट ने विकसित किया है. 

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने गुरुवार को भारत एसडीजी सूचकांक का तीसरा संस्करण जारी किया. भारत में संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से विकसित एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21सभी राज्यों और केन्द्र - शासित प्रदेशों की प्रगति को 115 प्रमुख पैमानों पर आंकता है. एसडीजी भारत सूचकांक 2020-21 में केरल ने अपनी शीर्ष स्थान बरकरार रखा है, जबकि बिहार का प्रदर्शन सबसे बुरा रहा. 

केंद्र शासित प्रदेशों में 79 अंक के साथ चंड़ीगढ़ को शीर्ष स्थान मिला, जिसके बाद 68 अंक के साथ दिल्ली का स्थान रहा. वर्ष 2020-21 में सबसे अधिक बढ़त मिजोरम, हरियाणा और उत्तराखंड ने दर्ज की. वहीं भारत का कुल एसडीजी सूचकांक 2020-21 में छह अंकों के सुधार के साथ 60 से बढ़कर 66 अंक हो गया. 

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा, ‘‘यह रिपोर्ट हमारे एसडीजी प्रयासों के दौरान तैयार की गई साझेदारी और उसकी मजबूती को दर्शाती है. इससे पता चलता है कि किस तरह मिलकर की गई पहलों के जरिए बेहतर नतीजे पाए जा सकते हैं.’’ 

नीति आयोग की रिपोर्ट में 17 लक्ष्यों पर 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रदर्शन का आकलन किया गया है. इस रिपोर्ट में अगर पांच टॉप परफॉर्मर राज्यों की बात करें तो टॉप फाइव की लिस्ट में केरल प्रथम, दूसरे नंबर पर हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड, चौथे नंबर पर सिक्किम और पांचवें नंबर पर महाराष्ट्र है. केरल 2019 की रैंकिंग में भी पहले स्थान पर था. 

भारत का बीमारू राज्य बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश है. भारत में बीमारू (BIMARU) राज्य की अवधारणा जनांकिकीयवेत्ता नागेंद्र ने दी है. ये भारत के पिछड़ेपन में सर्वाधिक सहयोग देते हैं. 2001 के अनुसार जनसंख्या घनत्व बिहार 881, उत्तर प्रदेश 690, मध्य प्रदेश 196, राजस्थान 165 जनगणना 2011 अनुसार दिए गए राज्यों का जनघनत्व बिहार (1106), उत्तर प्रदेश (829), मध्य प्रदेश (236), राजस्थान (200) है.  

राजद नेता सुरेंद्र प्रसाद यादव नीति आयोग की SDG India Index 2020-21 की रिपोर्ट को देख यह तो एकदम साफ हो गया है कि नीतीश जी दिन रात एक कर मेहनत कर रहे हैं.एकदम उस दीमक की तरह जो दिनरात एक कर अपने काम में लगा रहता है, निरंतर.तबतक जबतक की लकड़ी पूरी तरह बर्बाद न हो जाए. 
 

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :