आलोक कुमार
त्रिवेणीगंज.सुपौल जिले में त्रिवेणीगंज प्रखंड.यहां पर खोरिया मिशन संचालित है.यहां से पलायन करके राजन पास्कल सपरिवार दिल्ली चले गये.इनके साथ राजन की पत्नी रीना राजन,पुत्र राकेश राजन,पुत्र रंजन राजन और अंजनी राजन भी गये.इनलोगों के साथ माइकल लुइस भी गये.राजन और माइकल रिश्तेदार हैं.दोनों दिल्ली में गार्ड का काम करते हैं.
बिहार से पलायन करके राजन पास्कल और उसके रिश्तेदार माइकल लुइस भी दिल्ली चले गये हैं.दिल्ली में गार्ड का काम करते-करते राजन पास्कल बीमार होने लगे.इस समय राजन पास्कल ह्दय( हार्ट) रोग से पीड़ित हैं. यहां के ह्दय रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि उसे पेसमेकर लगाना अत्यंत ही जरूरी है.
फिलहाल राजन की बीमारी व कोरोना काल के कारण राजन पास्काल की फटेहाल जिंदगी हो गयी है.वह और परिवार के लोग बिताने किसी फरिश्ता की तलाश में है.इस बीच ह्दय रोगी राजन पास्काल के रिश्तेदार माइकल लुइस ने राजन को लेकर दिल्ली के अस्पतालों में भटकने लगे.उनके पास राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का स्मार्ट कार्ड है.अस्पताल के लोगों ने स्मार्ट कार्ड को कम्प्यूटर में डाला.परन्तु कार्ड एक्सेप्ट नहीं किया.
माइकल लुइस ने झल्लाकर कहते हैं कि यह स्मार्ट कार्ड है.इसका 00062 69110 601056 7 नम्बर है.यह कैसा स्मार्ट कार्ड है.इससे क्या फायदा है.लगता है कि यह हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड भी गरीब का साथ देना बंद कर दिया है? यहां पर मरीज मर रहा है.बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया. अब आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में भी लागू कर दिया गया.केंद्र की इस योजना को अबतक अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में लागू नहीं किया था. वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट सत्र के दौरान इस बात की घोषणा की थी.
माइकल लुइस आग्रह के साथ कहते हैं कि अगर कोई फरिश्ता या मसीही विश्वासी हैं जो इस परिवार की मदद करना चाहते है.उनका असीम कृपा होगी, क्योंकि यह परिवार गरीब है ! इस मरीज के हार्ट मे मशीन लगेगा.
माइकल लुइस ने दयावान सोनू सूद सर को नमस्कार कहकर कहते हैं कि हमारे एक रिश्तेदार को हार्ट की बीमारी है. तीन दिन से दिल्ली के किसी सरकारी अस्पताल मे देखने को तैयार नहीं हुए हैं.कुछ पैसे लेकर मैक्स ले गए. दो से ढाई लाख रूपए नहीं होने पर सफदरजंग भेज दिया. वहां भी एक ढेड़ लाख रूपए की मांग रहे हैं. बहुत गरीब है आप कुछ करवा सके. बड़ी मेहरबानी होगी.
बता दें कि बिहार में रहने पर इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में गरीब मरीजों को मुफ्त में पेसमेकर लगाने की सुविधा है.राज्य सरकार गरीब मरीज के लिए अनुदान देती है. राज्य सरकार पेसमेकर के लिए गरीब मरीज को 50 हजार रुपए अनुदान देती है.पर जानकारी के अभाव में मरीज सही जगह नहीं पहुंच पाते हैं और उन्हें पेसमेकर के लिए जेब ढीली करनी पड़ती है. वैसे सालाना एक लाख रुपए से कम आय वाले मरीज को ही पेसमेकर की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है. इसके लिए मरीज प्रमाण देने पड़ते हैं.
बताते चले कि यूपीए सरकार के द्वारा 2008 की शुरुआत में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना लॉन्च किया गया था.इसे 1 अप्रैल 2008 से आरंभ किया गया .शुरुआत में केवल बीपीएल परिवारों को लक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन बाद में योजना में असंगठित श्रमिकों को शामिल कर विस्तारित किया गया है.
यह भी बता दें कि यूपीए सरकार के द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को कुछ खामियों के साथ 10 संचालित किया.इसमें असंगठित क्षेत्रो के कामगार लोगो को सरकार द्वारा 30000 रूपये का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया. केंद्र और राज्य सरकार चिकित्सा बीमा प्रीमियम प्रदान की. लाभार्थी को केवल 30 रुपये का भुगतान करना पड़ा.इस राशि का उपयोग कार्ड के नवीनीकरण के लिए किया गया.
जब एनडीए सरकार सत्ता में आयी.तब सरकार ने आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लेकर आयी.यह भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे 01 अप्रैल, 2018 को पूरे भारत मे लागू किया गया.इसमें यह प्रावधान किया गया कि जिनके पास 28 फरवरी 2018 तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का कार्ड होगा, वे भी आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई ) का लाभ उठा सकते हैं. इसे आयुष्मान भारत योजना में मिला दिया गया.
बता दें 2018 के बजट सत्र में पूर्व वित्त मंत्री स्व.अरूण जेटली ने आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की थी.इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है. इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा.10 करोड़ बीपीएल धारक परिवार (लगभग 50 करोड़ लोग) इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेगें.इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में पहले से ही लोग खुद ही आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) में शामिल हो गए हैं.उसमें बिहार के राजन पास्कल भी है. राजन पास्काल ने 41 साल की उम्र में फरवरी 2011को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का स्मार्ट कार्ड बनवाया था.इसका 00062 69110 601056 7 नम्बर है.उसके पास बीपीएल कार्ड भी है.इसकी सं. 10060110015008400103 है.बावजूद, इसके आयुष्मान भारत योजना से लाभ नहीं मिल पा रहा है.
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