पूसा.मनरेगा मज़दूर सभा की पहल पर आज 1000 से ज्यादा गांव-पंचायतों में मज़दूरों ने अपनी मांगों को रखा.हर जगह से यह खबर आ रही है कि गांव-कस्बों में नकदी की भारी किल्लत है.बीमारग्रस्त गांव के गरीबों के पास सर्दी,जुकाम और बुखार की दवा खरीदने के पैसे नही हैं.सभी मज़दूरों को सरकार काम दे और इस कोरोना काल में 50 दिन की मज़दूरी कोरोना भत्ता के रूप में दे!
अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगो को लेकर राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रखंड के महमदा व महमदपुर देवपार पंचायत में धरना - प्रदर्शन किया.
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मनरेगा मजदूरों को 50 कार्य दिवस के बराबर मजदूरी देने, मनरेगा मजदूरों को 500 रुपये दैनिक मजदूरी के साथ न्यूनतम 200 दिन काम की गारंटी करने, मनरेगा को सभी मौसम की योजना बनाने व इसे प्रत्यक्ष कृषि कार्य से जोड़ने, मनरेगा योजनाओं से दलाल - बिचौलियों को दूर रखने, प्रखंड में मनरेगा योजनाओं में हो रही अनियमितता पर रोक लगाने, प्रखंड में मनरेगा से बनने वाले पशु शेड निर्माण में गड़बड़ी एवं अनियमितता की जांच कर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने, जरूरतमंदों को पशु शेड बनाने इत्यादि की मांग की.
इसका नेतृत्व भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने की। इस दौरान आयोजित सभा की अध्यक्षता खेग्रामस प्रखंड सचिव सुरेश कुमार व संचालन भाकपा-माले कल्याणपुर प्रखंड सचिव दिनेश सिंह नेे किया.
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि मनरेगा की योजनाएं दलाल - बिचौलियों की गिरफ्त में है. उन्होंने कहा कि मनरेगा में मजदूरों को सही तरीके से काम नहीं मिल रहा है और न ही योजनाएं सही तरीके से धरातल पर उतर रही हैं.मौके पर आइसा प्रखंड अध्यक्ष रौशन कुमार, महेश सिंह, अजय कुमार, बिट्टू कुमार, सदाम हुसैन, विकास कुमार , रिंकु देवी, निर्मला देवी, बबिता देवी, मीना देवी,शांति देवी, ललिता देवी, भोली देवी, प्रमिला देवी इत्यादि मौजूद थीं.अमित कुमार भाकपा-माले प्रखंड सचिव पूसा सह जिला स्थायी समिति सदस्य समस्तीपुर ने जानकारी दी है.
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