पटना.कोरोना की दूसरी लहर में 20 दिन के अंदर 74 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई है. दूसरी लहर में 20 दिन के अंदर 74 डॉक्टरों की मौत ने मेडिकल सेक्टर को झकझोर दिया है. अब तो डॉक्टर भी संक्रमितों के इलाज से घबरा रहे हैं.पावापुरी, बेतिया और मधेपुरा के मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर ड्यूटी पर ही नहीं जा रहे हैं.इसके लिए IMA बिहार को स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगानी पड़ी है.
अब तक कोरोना से 116 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. पहली लहर में 42 डॉक्टरों की जान गई थी जबकि दूसरी लहर में 11 मई तक 74 डॉक्टरों की मौत हुई है. लेकिन इनमें से अब तक एक को ही यह मुआवजा मिला है. केंद्र की मोदी सरकार ने इनके परिवारों को 50-50 लाख रुपए और राज्य की नीतीश सरकार ने 4-4 लाख रुपए देने का ऐलान किया था.
बिहार में डॉक्टरों पर कोरोना का कहर जारी है.आंकड़ों के अनुसार, कोरोना की पहली लहर में 42 और दूसरी लहर में अब तक 74 डॉक्टरों ने जान गंवाई है. एक डॉक्टर के परिवार वाले को छोड़कर किसी को आज तक न तो PM का कहा 50 लाख मिला और न ही CM का कहा 4 लाख मिला.IMA ने भी लड़ाई लड़ी. लेकिन, डॉक्टरों के कर्ज को सरकार नहीं उतार पाई है. दूसरी लहर में अब तक 74 डॉक्टरों की मौत ने बिहार के मेडिकल सेक्टर को झकझोर दिया है. अब तो डॉक्टर भी संक्रमितों के इलाज से घबरा रहे हैं.पावापुरी, बेतिया और मधेपुरा के मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर ड्यूटी पर ही नहीं जा रहे हैं.इसके लिए IMA बिहार काे स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगानी पड़ी है.
कोरोना की दूसरी लहर में 15 अप्रैल से 11 मई तक 74 डॉक्टरों की जान गई है. इसमें कई ऐसे डॉक्टरों की मौत हुई जिनकी कमी पूरी नहीं की जा सकती है. बिहार के लिए यह बड़ी हानि है.IMA बिहार के सचिव डॉ सुनील कुमार का कहना है कि प्रदेश में मात्र एक डॉक्टर को केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा किया गया वादा पूरा किया गया है.कोरोना काल में हुई अन्य डॉक्टरों की मौत में काफी प्रयास के बाद भी उनके परिवार वालों को वादे के मुताबिक सहायता राशि नहीं मिल पाई है.
IMA का कहना है कि वह अपने शहीद डॉक्टरों के लिए लड़ाई लड़ रही है. तमिलनाडु सरकार ने कोविड से मरने वाले डॉक्टरों को 25 लाख मुआवजे की घोषणा की है.बिहार सरकार से भी इसी तरह से सहानुभूति की मांग की जा रही है.
दूसरी लहर में कोरोना के शिकार डॉक्टर
डॉ. ललन कुमार राय, DIO वैशाली,
डॉ. जी आर मधुप, भागलपुर,
डॉ. अनिल सिंह, मुजफ्फरपुर,
डॉ. ललन प्रसाद, रिटायर्ड ब्लड बैंक ऑफिसर, PMCH,
डॉ. अशोक श्रीवास्तव, सीवान
डॉ. विनोद विहारी वर्मा, भूतपूर्व प्रोफेसर PMCH
डॉ. टीएन सिंह, निदेशक बिहार हेल्थ सोसायटी
डॉ राजेश कुमार, डिप्टी सुपरिटेंडेंट PMCH
डॉ. राम जनम सिंह, पूर्व अध्यक्ष नेशनल IMA
डॉ. एके गुप्ता, पूर्व प्रोफेसर PMCH
डॉ. मुकुल कुमार मिश्रा, पैथेलॉजिस्ट मुजफ्फरपुर
डॉ. ललन प्रसाद सिंह, गया
डॉ. सुरेश प्रसाद सिंह, भागलपुर
डॉ. नंद किशोर विद्याथी, पूर्व CSo
डॉ. पंकज कुमार, कारकाट
डॉ. प्रेमराज बहादुर, धौरैया PHC बांका
डॉ. आर एन सिंह, पूर्व CS अररिया
डॉ. अखिलेश चरण सिन्हा
डॉ. एस एस एस अंबष्ठ, पूर्व निदेशक IGIMS
डॉ. वी के सिन्हा, चर्म रोग विशेषज्ञ, पटना
डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, पूर्व प्रोफेसर, PMCH
डॉ. राणा मिथिलेश, रेडियोलॉजिस्ट
डॉ. पूनम मोसेस, भागलपुर
डॉ. निरंजन प्रकाश, एनेस्थीशिया
डॉ. राजीव सिंह, DMCH
डॉ. समिता शर्मा, पटना
डॉ. शत्रुघन राम, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन
डॉ. DN झा, SKMCH
डॉ. गणेश तिवरी, SKMCH
डॉ. जे ए गोस्वामी, बिहार हेल्थ सर्विस सारण
डॉ. कृष्ण कुमार, ESI हॉस्पिटल, दीघा पटना
डॉ. अरुण कुमार शर्मा, अवकाश प्राप्त BHS
डॉ. हुसैन अहमद, पूर्व प्रोफेसर मेडिसिन, NMCH
डॉ. मोहिउद्दीन अंसारी, बाल रोग विशेषज्ञ पटना
डॉ. हुसैन, एक्स ENT HOD किशनगंज
डॉ. विंदेश्वर प्रसाद सिंह, SKMCH
डॉ. असवारुल हसन, मुजफ्फरपुर
डॉ. दिनेश भदानी, गया
डॉ. महेश प्रसाद, शेरघाटी
डॉ. रेनू सिंह
डॉ. मिथिलेश कुमार, पूर्णिया
डॉ. मुकुल सहाय, पटना
डॉ. मनोरंजन कुमार, नालंदा
डॉ. शुभेंदु सुमन, NMCH
डॉ. विजय रजक, SKMCH
डॉ. अशोक कुमार वर्मा, बिहार शरीफ
डॉ. अमर चंद प्रसाद, बिहार हेल्थ सर्विस
डॉ. सचिन मेहरिया, सुपाैल
डॉ. अब्दुल अंसारी, डेहरी ओनसोन
डॉ. विनय कुमार सिंह, पटना
डॉ. सुरेश कुमार, भागलपुर
डॉ. गोरख प्रसाद, भागलपुर
डॉ. अजय अग्रवाल,
डॉ. धमेंद्र प्रसाद, एसोसिएट प्रोफेसर GMC बेतिया
डॉ. अब्दुल वाहिद, सीवान
डॉ. राजेश्वर प्रसाद सिन्हा, महाराजगंज, सीवान
डॉ. नगीना पासवान, पटना
डॉ. शिव शंकर चौधरी , PMCH
डॉ. राम नरेश पाठक, सीवान
डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, HOD बाल रोग PMCH
डॉ. शीला कुमारी, पटना
डॉ गहलोत
डॉ. BN मिश्रा, सहरसा
डॉ. रामाशीष सिंह, औरंगाबाद
डॉ. हरिनारायण मंडल, MO घनश्यामपुर
डॉ. सुल्तान अंसारी, MOIC, AMAS
डॉ. एच के सिंह, पूर्व प्रोफेसर नेत्र रोग PMCH
डॉ. विद्या सागर पासवान, APHC वैशाली
डॉ. बिंदेश्वर शर्मा, एक्स CS सीतामढ़ी
डॉ. नवल किशोर सिंह, पूर्व निदेशक, स्वास्थ्य बिहार
डॉ. राधा शरण प्रसाद, IGIC पटना
डॉ. CSP सिंह, कटिहार
डॉ. प्रतिमा सिन्हा, मुजफ्फरपुर
डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पटना
एक डॉक्टर के परिवार को मिली सरकारी मदद
डॉ. रति रमन झा समस्तीपुर के सिविल सर्जन थे. ड्यूटी के दौरान ही संक्रमित हुए और इलाज के दौरान पटना AIIMS में 27 जुलाई 2020 को उनकी मौत हो गई. परिजन का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से किए गए 50 लाख के दावे का क्लेम भी मिला और प्रदेश सरकार की तरफ से 4 लाख की अनुग्रह राशि मिली.परिवार वालों का कहना है कि लगभग डेढ़ महीने के अंदर ही बैंक अकाउंट में यह पैसा आ गया था.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) बिहार के सेक्रेटरी डॉ सुनील कुमार का कहना है कि वह मांग करते करते थक गए हैं. सरकार से कई बार मांग की गई और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भी कई बार पत्र दिया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया है.उनका कहना है कि सरकारी मदद की राशि को लेकर IMA ने प्रिंसिपल सेक्रेटरी से मांग की थी कि आम लोगों को 4 लाख मिलता है, डॉक्टरों के लिए यह रकम 20 लाख की जाए. लेकिन बढ़ाना तो दूर डॉक्टरों के परिवारों को 4 लाख भी नहीं मिले.
काेरोना की पहली लहर में राज्य के 42 डॉक्टरों को कोरोना ने छीन लिया था. IMA बिहार के सेक्रेटरी डॉ सुनील कुमार का कहना है कि 42 डॉक्टरों की मौत पहले ही हो गई थी अब 74 डॉक्टर मर चुके हैं.डॉक्टरों पर दूसरी लहर काफी भारी पड़ी है, लेकिन सरकार अभी डॉक्टरों के परिवार पर ध्यान नहीं दे रही है.
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