पप्पू यादव को गांधी मैदान थाने लाया गया

गोवा की आजादी में लोहिया का योगदान पत्रकारों पर हमले के खिलाफ पटना में नागरिक प्रतिवाद सीएम के पीछे सीबीआई ठाकुर का कुआं'पर बवाल रूकने का नाम नहीं ले रहा भाजपा ने बिधूड़ी का कद और बढ़ाया आखिर मोदी है, तो मुमकिन है बिधूड़ी की सदस्य्ता रद्द करने की मांग रमेश बिधूडी तो मोहरा है आरएसएस ने महिला आरक्षण विधेयक का दबाव डाला और रविशंकर , हर्षवर्धन हंस रहे थे संजय गांधी अस्पताल के चार सौ कर्मचारी बेरोजगार महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने से कौन रोक रहा है? स्मृति ईरानी और सोनिया गांधी आमने-सामने देवभूमि में समाजवादी शंखनाद भाजपाई तो उत्पात की तैयारी में हैं . दीपंकर भट्टाचार्य घोषी का उद्घोष , न रहे कोई मदहोश! भाजपा हटाओ-देश बचाओ अभियान की गई समीक्षा आचार्य विनोबा भावे को याद किया स्कीम वर्करों का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न क्या सोच रहे हैं मोदी ?

पप्पू यादव को गांधी मैदान थाने लाया गया

आलोक कुमार 
पटना.जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को गिरफ्तार किया गया है. पटना डीएम ने अपने मजिस्ट्रेट के जरिए जाप नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. महामारी अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है. पुलिस ने उन्हें बार-बार चेतावनी दी थी, लेकिन बगैर ई-पास के वे बिहार में घूम रहे थे. कोविड अस्पतालों में अंदर कोरोना के मरीजों से मिल रहे थे. ऐसे में मंगलवार को आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. 

जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि लॉकडाउन उल्लंघन के नाम पर गिरफ्तारी कर सरकार ने खुद मार ली अपने पांव पर कुल्हाड़ी.जाग गयी जनता तो मोदी-नीतीश यह आपको पड़ेगी भारी. 

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं.PM साहब, CM साहब.दे दो फांसी, या, भेज दो जेल,झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं.लोगों को बचाऊंगा.बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा! 

मोदी राज में गोदी मीडिया बन जाने के बाद बाढ़, सुखाड़, महामारी कोरोना आदि आपदा काल में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ग्राउंड लेवल पर जाकर समस्याओं का उजागर व सहायता करते हैं.इस तरह का करतब करने के बाद बरकत नहीं होने पर भी कार्य करते ही जा रहे हैं.जो सरकार को नागुजार लगा.मंगलवार को सुबह-सुबह उन्हें बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट किया. बाद में आठ थानों की पुलिस उनके आवास पर पहुंची और गिरफ्तार कर लिया. 

पप्पू यादव को गांधी मैदान थाने लाया गया.गांधी मैदान थानाध्यक्ष ने कहा कि बिना अनुमति के कई जगहों पर पप्पू यादव गए इस आरोप में उन्हें गिरप्तार किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और कोविड गाइडलाइन का भी इस दौरान उल्लंघन किया गया. पटना स्थित मंदिरी आवास पर प्रशासन से उन्हें गिरफ्तार किया गया. इसके बाद गांधी मैदान थाने में लाया गया.  

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पप्पू यादव कोविड अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे थे. सरकार की कमियों को उजागर भी कर रहे थे. इस दौरान वह कोविड नियमों और लॉकडाउन का उल्लंघन भी करते पाए गए थे, जिस कारण सूबे के कई जिलों में उन पर एफआईआर दर्ज है. 

पप्पू यादव गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि, 'किस बात की गिरफ्तारी हुई हमें मालूम नहीं है. पुलिस थाने चलने को कह रही है. हम पूरे बिहार को सेव करने की कोशिश कर रहे थे, यदि ऐसा प्रतिफल का परिणाम मिलेगा तो हम ऐसे ही सेवा लोगों की करते रहेंगे. चाहे सरकार हमें कितनी बार भी गिरफ्तार क्यों ना करवा दे.'  

पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर टाउन थाना के डीएसपी सुरेश प्रसाद ने कहा कि लॉकडाउन उल्लंघन मामले में इनकी गिरफ्तारी हुई है. वे बिना परमिट के गाड़ी से घूम रहे थे. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि पिछले डेढ़ महीनों से पप्पू यादव ने सूबे के कई कोविड अस्पतालों का दौरा किया था. कई जगहों पर उन्होंने ऑक्सीजन की कमी और एंबुलेंस प्रकरण का उद्भेदन किया था. लॉकडाउन लागू होने के चलते इन दौरों में उन्होंने सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया. जिस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है. 

जन अधिकारी पार्टी सुप्रीमो पप्‍पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थक और कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया है.पप्‍पू यादव आज पटना में गिरफ्तार हो गए हैं.इसकी सूचना मिलने के साथ ही यहां के कार्यकर्ता आंदोलित हो उठे. राज्‍य सरकार और भाजपा सांसद के खिलाफ जमकर हंगामा किया.भागलपुर जाप छात्र युवा परिषद के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी अपने आवास के आगे घरना पर बैठे. 

मुख्य कार्यक्रम छात्र परिषद के नेतृत्व में जाप जिला अध्यक्ष नीरज कुमार आवास पर हुआ.अन्य कार्यक्रम जय प्रकाश बाबू के नेतृत्व में भागलपुर आवास पर हुआ.युवा अध्यक्ष गौरव चौबे के नेतृत्व में भी धरना दिया गया.अजमेरी अग्रवाल के आवास पर पप्‍पू यादव के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने आवाज उठायी. कार्यक्रम में जिला अघ्यक्ष नीरज कुमार, महासचिव जय प्रकाश बाबू, युवा परिषद अध्यक्ष गौरव आनंद चौबे ने कहा कि यह सरकार जनविरोधी है. कोरोना वायरस से भी निपटने से सरकार पूरी तरह विफल रही है. 

गया में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज 

गत एक मई को वे शहर में स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल का मुआयना करने आए थे. इस दौरान उन्होंने कई कमियां पाई. जिससे उन्होंने उजागर किया.इसी से नाराज होकर सरकार के इशारे पर गया के जिलाधिकारी के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. 

शहर के मगध मेडिकल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का विरोध पार्टी कार्यकर्ताओं ने शुरू कर दिया है. जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह वजीरगंज विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राजीव कुमार कन्हैया ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता में कहा कि दुर्भावना से ग्रसित होकर जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पप्पू यादव गरीबों की सेवा के लिए हमेशा आगे रहते हैं. 

सांसद सह जन अधिकार पार्टी के अध्‍यक्ष पप्‍पू यादव पर किया गया मुकदमा वापस लेने समेत अन्‍य मांगों को लेकर जाप कार्यकर्ताओंं ने सोमवार को धरना दिया.सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुजीत कुमार उर्फ चुन्‍नू यादव के बाजार स्थित आवास पर कार्यकर्ता धरना पर बैठे. 

पार्टी के नेताओं  ने राज्‍य सरकार पर कोरोना महामारी की स्थिति में विफलता का आरोप लगाया. धरना के दौरान पप्पू यादव पर किया गया मुकदमा वापस लेने, वैश्विक महामारी में भाजपा सांसद को अपने घर में  इतने एंंबुलेंस रखे जाने पर महामारी एक्ट के तहत मुकदमा करने, भाजपा सांसद के एनजीओ रूरल यूथ कोकॉर्डिनेशन सेंटर के कथित फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच कराने आदि की मांंग की गई। साथ ही वक्‍ताओं ने कौशल विकास योजना के अन्तर्गत चालू किये गए ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र एवं अन्य संस्थान को शीघ्र चालू करने तथा जमीन मालिकों के किराए या बकाया राशि शीघ्र भुगतान करने की मांग की.छात्र प्रदेश उपाध्यक्ष सोनू यादव, अजीत यादव, दीपक कुमार, आदित्य राज उर्फ जैकी कुमार, अमित कुमार आदि धरना पर बैठे. 

गया में  सोमवार को जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया ने मानपुर स्थित अपने आवास पर राज्य सरकार के खिलाफ विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने सारण के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के एंबुलेंस प्रकरण का खुलासा किया है.तब से इस सरकार द्वारा लगातार लापरवाही और महामारी की अनदेखी आम लोगों को खलने लगी है.बिहार में पूरी तरह सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं खोखली साबित हो रही है.ऐसे में लगातार जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव द्वारा दूरव्यवस्था पर किए जा रहे हमले सरकार को सकते में डाल दिया है.उन्होंने कहा कि सरकार अब भी नहीं चेतती तो जल्द ही वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के गाइड लाइन का मजबूरन उल्लंघन करते हुए पूरे बिहार में सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.जन अधिकार युवा परिषद के जिलाध्यक्ष ओम यादव ने भी विचार रखे. 


छपरा में भी प्राथमिकी दर्ज 

जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव के खिलाफ अमनौर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. यह प्राथमिकी अवतार नगर थाना क्षेत्र के धनौरा गांव के पंचायत एम्बुलेंस संचालन समन्वयक राजन कुमार सिंह ने दर्ज कराई गई है. राजन कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि पप्पू यादव कोरोना महामारी में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र में खड़ी एम्बुलेंस को तोड़ फोड़ की. और फिर हथियार के बल पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी. 

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी अपने आवास पर सांसद निधि कोष से खरीदा हुआ एंबुलेंस को आम जनता से छुपाकर पर्दे से ढक कर रखते हैं.सांसद राजीव प्रताप को आम जनता से छिपाकर और ढ़ककर कर रखने की क्या जरूरत पड़ी.यह मामला जाप प्रमुख पप्पू यादव ने लाया तो उन लचर स्वास्थ्य व्यवस्था एवं भाजपा नेता के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके अलोकतांत्रिकता की पराकाष्ठा पार करते हुए पप्पू यादव पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया. पप्पू यादव जब पूरे बिहार वासियों के हक की आवाज उठाते हैं, तो नीतीश सरकार व भाजपा के इशारे पर उन्हें झूठे केस में फंसाया जाता है. सरकार सरकार ने दमनकारी नीति के कारण पप्‍पू यादव को आज गिरफ्तार करवा दिया है. 

FIR के अनुसार, पप्पू यादव (Pappu Yadav) 7 मई को अपने कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत एंबुलेंस देखने आए थे और इस दौरान कोविड नियमों का पालन नहीं किया था.ये FIR इलाके के सीओ जन कुमार सिंह ने दर्ज कराई है. साथ ही सामुदायिक केंद्र में खड़ी एम्बुलेंस में तोड़ फोड़ की.इसलिए पप्पू यादव पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगा है. 
 
कोरोना काल में अमनौर सामुदायिक केन्द्र परिसर में रखीं दर्जनों  एम्बुलेन्स के साथ जाप सुप्रीमो सह पूर्व सांसद पप्पू यादव द्वारा कथित छेड़छाड़ , तोड़फोड़, फिरौती मांगने व विरोध करने पर जान से मारने की धमकी व संयोजक के साथ बदसलूकी मामले में दर्ज केस की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. जांच का जिम्मा थाने के एएसआई राम पदारथ पंडित को दिया गया है.यह जानकारी थानाध्यक्ष सुजीत कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि कि घटना की  तहकीकात की जा रही है.ऐसे अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी . इस घटना पर वरीय अधिकारी खुद नजर बनाये हुए हैं. 

सांसद मद की एंबुलेंस को लेकर हर जगह चर्चा  
अमनौर के विश्व प्रभा  सामुदायिक भवन परिसर में सांसद मद से उपलब्ध करायी गयी एंबुलेंस को लेकर पिछले दो दिनों से जारी चर्चा को लेकर यहां बाजार गर्म. जितनी मुंह उतनी बातें की जा रही हैं.बुद्धिजीवी वर्ग का यह भी कहना था कि   सांसद राजीव प्रताप रूडी एक साफ छवि के  नेता हैं जो किसी प्रपंच में नहीं रहते है. 

सारण के चौमुखी विकास के लिये हमेशा तत्पर रहनेवाले नेता हैं। लगभग 35 -40 एम्बुलेन्स अभी भी लोगों को सेवा दे रही है. ग्रामीण क्षेत्र में इधर कोरोना के डर की वजह से कुछ पंचायतों के चालकों ने एम्बुलेन्स वापस कर दी थी.दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि सामुयिक भवन परिसर में एंबुलेंस  नहीं रखी जानी चाहिए थी. 

बिहपुर में पार्टी नेत्री सह जाप चिकित्सा प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष डा.अजमेरी मतवाला ने अपने आवास राजव्यापी कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार एवं भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया.डा.मतवाला ने बताया कि इस करोना काल में जहां एक और एंबुलेंस ऑक्सीजन के कमी के कारण मरीज तड़प-तड़प कर अपना दम तोड़ रहे हैं. 

चुन्नू यादव ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण हिंदुस्तान में अब तक लाखों लोग मर गए। हजारों लोग रोज मर रहे हैं. ऐसी स्थिति में भी भाजपा के सांसद ने इतने एंबुलेंस को अपने कार्यालय में रखा.यह अमानवीय कृत्य है.यह सत्ता का दुरुपयोग हैं. एक ओर एंबुलेंस की कमी से मरीजों की मौत हो जा रही है. मरीजों को ठेले पर ढोया जा रहा है लेकिन एंबुलेंस में मरीज की जगह बालू ढाेया जा रहा है. लेकिन ऐसी स्थिति में भी एंबुलेंस छुपाकर रखने वाले सांसद की जगह हमारे नेता पप्‍पू यादव पर ही प्राथमिकी दर्ज करा दी गई. यह शासन के निरंकुश होने का प्रमाण है. लेकिन हमारी पार्टी इसे बर्दाश्‍त नहीं करेगी. आंदोलन किया जाएगा.  

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी कोई जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके एवज़ में उसे गिरफ़्तार किया जाए ऐसी घटना मानवता के लिए ख़तरनाक है.ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जाँच हो तब ही कोई कारवाई होनी चाहिए नहीं तो जन आक्रोश होना लाज़मी है.     

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :