आलोक कुमार
पटना.माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि कोविड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिला वार मंत्रियों को तो जबावदेही दे रखी है, लेकिन मंत्रियों का व्यवहार बहुत ही लापरवाह है. न तो वे अपने निर्धारित इलाके में रहते हैं और न ही जनप्रतिनिधियों, डाॅक्टरों अथवा आम नागरिकों का फोन उठाते हैं. फोन करने पर या तो फोन लगता नहीं है या फिर नेटवर्क से बाहर बताता है. सबसे खराब स्थिति तो खुद स्वास्थ्य मंत्री की है, जो भोजपुर के प्रभारी बनाए गए हैं.
हम नीतीश कुमार से अपील करना चाहते हैं कि वे तत्काल अपने मंत्रियों को निर्देशित करें कि इस तरह का गैरजिम्मेवाराना रवैया छोड़ें और इस संकट के काल में अपनी जिम्मेदारी समझें. हम यह भी मांग करते हैं कि हरेक जिला में एक सूचना केंद्र बनाया जाए, ताकि जरूरतमंदों को आवश्यक सूचनायें तत्काल हासिल हो सकें.
आगे कहा कि बिहार में लाकडाउन एक बार फिर से लागू कर दिया गया है, और इसकी आड़ में पुलिस आम लोगों पर डंडे बरसा रही है. हमारी मांग है कि डंडे बरसाने की बजाए प्रशासन समझाने-बुझाने और जागरूकता अभियान चलाने पर ध्यान दे. इस बीच, माले विधायक सुदामा प्रसाद ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विधायक कोटे के फंड से अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए तत्काल आवश्यक चिकित्सीय उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की है. उन्होंने विधायक कोटे के फंड से तरारी विधानसभा में तत्काल 100 आॅक्सीजन सिलेंडर, 50 आॅक्सीजन फ्लोमीटर, 25 आॅक्सीमीटर, 25 आॅक्सीजन ट्राॅली, 200 आॅक्सीजन मास्क, 50 बेड, 100 बेडशीट, 10 आॅक्सीजन कंसट्रेटर, 25000 मास्क, 100 की संख्या में उच्च क्वालिटी का सेनेटाइजर तथा 2 एंबुलेंस की व्यवस्था करने की मांग की है.
पालीगंज विधायक संदीप सौरभ, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास सहित अन्य विधायक भी मुख्यमंत्री को पत्र लिख रहे हैं. यह जानकारी कुमार परवेज, राज्य कार्यालय, भाकपा-माले, बिहार ने दी है.
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