पूरी दुनिया में आज सैंडविच मशहूर है

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पूरी दुनिया में आज सैंडविच मशहूर है

डा शारिक़ अहमद ख़ान  
अर्ल ऑफ़ सैंडविच जॉन मांटेग्यू ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन उनके नाम से मशहूर हुई सैंडविच का इंडिया में 'सैंडविच समोसा' बन जाएगा.इंग्लैंड में एक जगह है 'सैंडविच'.छोटा सा क़स्बा है.वहीं के अर्ल थे जॉन मांटेग्यू.अर्ल का मतलब समझिए कि इंग्लैंड के रजवाड़े,कुलीन व्यक्ति,सामन्त.तो जो सैंडविच नामक जगह के अर्ल जॉन मांटेग्यू साहब थे,ये जनाब थे अव्वल दर्जे के जुआड़ी.इतने तगड़े वाले कि इनको ये भी गवारा नहीं था कि जुए की मेज़ छोड़ भोजन करने जाएं.ऐसे में एक दिन इन्होंने अपने कुक से कहा कि कुछ ऐसी चीज़ बनाओ जो हम जुए की मेज़ तक ले जा सकें और भूख लगने पर खा सकें.अब कुक ने आदेश का पालन करते हुए ऐसी चीज़ बना दी. 
अर्ल ऑफ़ सैंडविच उसे लेकर जुआ खेलने जाने लगे,जब भूख लगती तो खा लेते.दूसरे लोगों ने उस चीज़ को देखा तो सोचा कि ये क्या आइटम है,सबने चखने को मांगा,सबको पसंद आया.अब बहुत से लोग इसे बनवाने लगे और क्योंकि सबसे पहले इसका परिचय अर्ल ऑफ़ सैंडविच ने लोगों से कराया था लिहाज़ा अर्ल ऑफ़ सैंडविच के नाम से सबने इसका नाम 'सैंडविच' रख दिया.फिर सैंडविच की धीरे-धीरे निकल पड़ी और पूरी दुनिया में आज सैंडविच मशहूर है. 
हिंदोस्तान में समोसा सल्तनत काल के मुस्लिम सुल्तानों के दौर में आया,ये उनके खानपान के कल्चर में था,वही लेकर आए और फिर धीरे-धीरे पूरे हिंद में समोसा छा गया.वो समोसा कीमे का समोसा होता था.बाद में समोसे में आलू भी डाला जाने लगा जब पुर्तगाली आलू लेकर हिंदोस्तान आए और इसकी खेती होने लगी.बहरहाल,आज लखनऊ के चौक की बान वाली गली की मिठाई की दुकान रामआसरे स्वीट्स जाना हुआ.ये दुकान नवाबी दौर सन् अट्ठारह सौ पांच से चली आ रही है,यहाँ मलाई गिलौरी समेत कई मिठाइयाँ तो मिलती ही हैं जिसका ज़िक्र हमने पहले किया है,लेकिन एक ख़ास चीज़ भी मिलती है जिसका नाम है 'सैंडविच समोसा'. 
ये जो सैंडविच समोसा है ये ना पूरा समोसा है ना पूरी सैंडविच,दोनों के बीच की चीज़ है.इसमें बहुत सी सब्ज़ियाँ-मसाले और मेवे पड़ते हैं,लज़्ज़त की इतनी उम्दा कि जो खाए वो अश-अश करे और तबीयत मगन हो जाए.चटनी के साथ तो वाह भाई वाह,क्या कहने हैं.तस्वीर में वही सैंडविच समोसा है.हमने कुछ वहीं मौक़े पर खाया,कुछ अपने लोगों लिए पैक कराया और कुछ को क़रीबियों के लिए दिल्ली भेजना था,लिहाज़ा मलाई गिलौरी के साथ सैंडविच समोसा भी पैक कराकर वायु मार्ग से भेजा.अब दिल्ली से सैंडविच समोसे की तारीफ़ों के पुल इसे खाने वाले दूरभाष पर बांध रहे हैं. 
 

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