जनादेश संवाददाता
पटना.पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही तरह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरकर परेशान करने लगे हैं.पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा- "मेरी कामना है कि आप पूर्व मुख्यमंत्री नहीं हों.फिलवक्त इन पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री से वर्तमान मुख्यमंत्री की कुर्सी पर खतरा नहीं है.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी शराब बंदी वाले बिहार में शराब को संजीवनी बताने पर एक बार फिर चर्चा में थे.शराब को संजीवनी बताने पर राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की आलोचना की थी. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी द्वारा गरीबों के लिए 'थोड़ा शराब पीने को संजीवनी' बताये जाने संबंधी बयान पर राज्य की नीतीश कुमार सरकार की ओर से सख्त प्रतिक्रिया आई है जिसने राज्य में 2016 में शराब को प्रतिबंधित कर दिया था.
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा है कि 'भगवान न करे आप कभी भी पूर्व मुख्यमंत्री हों .पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी है.जिसमें लिखी डेट से पता चलता है कि यह चिट्ठी पिछले साल 30 जुलाई 2020 को लिखी गई थी.
दरअसल, ‘हम’ (Hindustani Awam Morcha) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की सबसे बड़ी परेशानी उनके आवास 12 एम स्टैंड रोड पर हर महीने आने वाला बिजली का बिल है. बिजली बिल से मांझी इतने आहत हैं कि उन्होंने सीएम को मार्मिक पत्र तक लिख डाला. आहत मांझी ने कहा- ‘नीतीश कुमार को हम अपना आदमी समझते हैं और तकलीफ अपने लोगों से बयां की जाती है. मेरे पास 1 लाख 4 हज़ार का बिजली बिल आया तो इस बात ने मुझे टच किया, क्योंकि इतना तो मेरा वेतन भी नहीं है.'
बहरहाल इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी महंगाई से परेशान है. हाल ही में बिजली के दर में हुई वृद्धि को लेकर उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है. पत्र में जीतन राम मांझी ने पूर्व सीएम की सुविधा में बढ़ोतरी की भी गुहार लगाई है.इसके अलावा वर्तमान में विधायकों को 2,000 यूनिट बिजली फ्री में मिलती है.मुझे भी 2,000 यूनिट बिजली ही फ्री मिलती है. जोकि कहीं से भी उचित नहीं है. क्योंकि मैं विधायक रहने के साथ-साथ मुख्यमंत्री भी रहा हूं. इस संबंध में मैंने सीएम को पहले ही पत्र लिखा था.
बावजूद,इसके बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इन दिनों काफी दुखी हैं. उन्हें पूर्व सीएम वाली सरकारी सुख-सुविधाएं नहीं मिल रहीं. इससे आहत होकर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक अन्य मार्मिक खत भी लिखा है.हालांकि, उस पत्र पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया और कार्रवाई नहीं हुई है.जीतन राम मांझी ने सरकार से अपने पत्र के जरिये एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें उन्होनें पूर्व सीएम को मिलने वाली सुविधाओं को बदलने की मांग की है.
दूसरे राज्यों की तरह बिहार के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा.पूर्व मुख्यमंत्रियों को यात्राओं की सुविधा के लिए कम से कम 500000 रुपए तक रेलवे एवं हवाई यात्रा की सुविधा.राज्य सरकार पूर्व सीएम के मकान किराए, बिजली बिल, टेलीफोन बिल और अन्य नगर निगम टैक्स को वहन करे.
पूर्व सीएम मांझी यहीं तक नहीं रुके. उन्होंने पत्र में आगे आवास और सुरक्षा का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा- ‘मैं जेड प्लस सुरक्षा घेरे में हुआ करता था. मुझे CRPF की सुरक्षा मिली थी. बाद में जेड प्लस सुरक्षा हटा दी गई, जबकि मैं नक्सल प्रभावित छेत्र से आता हूं. एक आम मंत्री और विधायको से ज्यादा मेरा दौरा होता है. इसलिए मुझे विशेष सुविधा मिलनी चाहिए, क्योंकि यह मांग सिर्फ मेरे लिए नहीं है, बल्कि सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए है.’
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